October 03, 2025


अखिल भारतीय खरतरगच्छ महिला परिषद केएमपी का अष्ठम राष्ट्रीय अधिवेशन सम्पन्न।

बाड़मेर - प. पूज्य गुरुदेव खरतरगच्छाधिपति आचार्य श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. आदि ठाणा 6 की पावन निश्रा में तथा पूजनीया बहिन म. डॉ. श्री विद्युत् ाभाश्रीजी म. सा. आदि ठाणा 9 की पावन सानिध्यता में बाडमेर शहर में राष्ट्रीय अधिवेशन के त्रि-दिवसीय कार्यक्रम के अंतिम दिवस अखिल भारतीय खरतरगच्छ महिला परिषद केएमपी का आठवां राष्ट्रीय अधिवेशन सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारम्भप्रातः ०१.०० बजे गुरुदेवश्री को सामुहिक गुरुवन्दन व मंगलाचरण के साथ प्रारंभ हुआ। सर्वप्रथम केएमपी के राष्ट्रीय सचिव कविता ललवाणी द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। केएमपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी द्वारा व बाड़मेर शाखा द्वारा गीतिका प्रस्तुत की। इसके बाद केएमपी महिलाओं द्वारा गीतिका के माध्यम से अपना परिचय दिया। बाडमेर शाखा अध्यक्ष सरिता जैन, मीना बोथरा, मुमुक्षु वेदांत श्रीश्रीश्रीमाल, शालीनी बोथरा बालोतरा शाखा, कीर्ति जैन वेसु शाखा सूरत ने भी अपना उद्बोधन दिया व मंजू जैन अहमदाबाद द्वारा ज्ञान वाटिकाओ के मार्गदर्शक साध्वी श्री सम्यक्दर्शनाश्रीजी म. सा. द्वारा प्राप्त अनुमोदना पत्र का पठन किया। इस अवसर पर पूज्य गुरूदेव श्री ने कहा कि अगर हम किसी समाज को मजबूत बनाना चाहते हैं, तो सबसे पहले हमें महिलाओं को सशक्त बनाना होगा।

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अधिवेशन का मूल लक्ष्य है कि भविष्य की योजनाओं का निर्माण करना है। केएमपी जो पूरे भारत में काम कर रही है वह बहुत ही अनुमोदनीय है। मुनिश्री मुखरप्रभसागरजी म.सा. ने कहा कि शक्ति का पर्याय कहें या सृष्टि का आधार, नारी के बिना कुछ भी संभव नहीं। बहिन म. साध्वी डॉ. विद्युत्प्रभाश्रीजी म.सा ने कहा कि नारी केवल एक शब्द नहीं, बल्कि संपूर्ण सृष्टि का आधार है। वह जीवनदायिनी है, प्रेम की मूर्ति और रिश्ते संवारने वाली शक्ति है। इसके पूर्व केएमपी राष्ट्रीय अध्यक्ष सरोज गोलेच्छा ने केएमपी के कार्यों को विस्तार से बताते हुए कहा कि केएमपी के बहनो द्वारा सामाजिक कार्यों के साथ साथ सामायिक ज्ञान वाटिकाओं का संचालन, सामुहिक आयंबिल, साधु-साध्वी वैयावच्च आदि कार्य बेहतरीन तरिके से कर रही है और आगामी एक वर्ष के लिए देवचन्द्रजी द्वारा रचित स्नात्र पूजा भारत वर्ष की शाखाओं द्वारा कण्ठस्थ एक वर्ष तक करने का निर्णय लिया एवं चातुर्मास कमेटी का हृदय से आभार व्यक्त किया। केएमपी अध्यक्ष सरिता जैन ने बताया कि सम्पूर्ण भारत में वर्तमान में 138 शाखाओं के साथ 7500 महिलाएं समाज में कार्य कर रही है। श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ चातुर्मास व्यवस्था कमेटी का बहुमान किया एवं केएमपी राष्ट्रीय समिति द्वारा प्रत्येक शाखा का मोमेन्टो से बहुमान किया गया। अधिवेशन में संगीतकार गौरव मालू द्वारा भजनों की लहरियां बहाई गई। कार्यक्रम के अंत में चातुर्मास कमेटी अध्यक्ष अशोक धरीवाल द्वारा आधिवेशन में बाहर से पधारे हुए केएमपी शाखाओं का ध्न्यवाद व आभार ज्ञापित किया। कार्यक्रम का सफल संचालन केएमपी की राष्ट्रीय सचिव डॉ. कविता ललवाणी द्वारा किया गया।


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