सांचौर - पूज्य गुरुदेव प्रज्ञापुरुष आचार्य भगवंत श्री जिनकान्तिसागरसूरीश्वरजी म.सा. के शिष्य पूज्य गुरुदेव अवंति तीर्थोद्धारक, युग दिवाकर खरतरगच्छाधिपति आचार्य श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. पू. गणि श्री मयंकप्रभसागरजी म.सा आदि ठाणा की पावन निश्रा तथा साध्वी श्री आगम ज्योति प्रवर्तिनी श्री प्रमोदश्रीजी म. सा. की शिष्या पू. बहिन म. डॉ. श्री विद्युत्प्रभाश्रीजी म.सा. आदि ठाणा, पू. साध्वी श्री मयूरप्रियाश्रीजी म.सा आदि ठाणा की पावन सानिध्यता में दि. 15 जनवरी को सांचौर दादावाड़ी में भव्य प्रवेश हर्षोल्लास से संपन्न हुआ। पूज्यश्री ने मुमुक्षु साक्षी संघवी के गृह आंगन में पगले किए। उसके पूर्व श्री कुंथुनाथ जिन मंदिर से दीक्षार्थियों की भव्य शोभा यात्रा निकली जो गाजते-बाजते गांव के आराधना भवन पहुंची। वहां पर धर्मसभा का आयोजन किया गया और पूज्यश्री के मंगलाचरण के पश्चात् मुमुक्षु साक्षी संघवी का वक्तव्य हुआ उसने गुरुदेव श्री के प्रति अपनी कृतज्ञता ज्ञापित की श्री जैन श्वै.मू.पू. संघ पेढ़ी व रतरगच्छ श्री संघ की ओर से सभी मुमुक्षुओं का बहुमान किया गया।
इस अवसर पर पूज्य श्री एवं पू.बहिन म.सा. के प्रभावशाली प्रवचन हुए। दोपहर को गुरु वधामना का कार्यक्रम भव्यता से संपन्न हुआ तथा रात्रि को दीक्षार्थियों का विदाई समारोह का कार्यक्रम संपन्न हुआ। समारोह आयोजन दीक्षार्थी परिवार श्रीमत्ति मंजूदेवी अशोक कुमार जी सिंघवी परिवार की ओर से हुआ।